गुरुवार, 5 जून 2008

मूर्ति बनाना ज्यादा महत्वपूर्ण है

महाराष्ट्र सरकार ने निर्णय किया है कि मैरीन ड्राइव पर शिवाजी की मंजिली मकान के जितनी ऊँची मूर्ति लगेगी और साथ ही वर्तमान सरकार के कार्यकाल के अंतर्गत ही इस कार्य को पूरा कर लिया जाएगा । इस पर २०० करोर से ज्यादा का खर्च आएगा । कहने का मतलब सदा है की सरकार की प्राथमिकता में अब मूर्ति लगाना ज्यादा महत्वपूर्ण हो गया है । प्रदेश सरकार को विदर्भ के किसानों की कोई चिंता नहीं है । मैं यह बिल्कुल नही कहता की शिवाजी की मूर्ति नहीं लगनी चाहिए लेकिन ऐसा भी क्या है की इतनी बेदी राशिसिर्फ़ मूर्ती लगवाने में खर्च की जाए इससे अन्य समस्यायों का समाधान किया जा सकता है जैसे बार बालाओं का पूनर्स्थापन , किसानों की समस्यायों का समाधान ,गरीबों के लिए मकान बनवाने का कार्य इत्यादि। sहिवाजी की चोटी मूर्ती लगाकर भी उनके प्रति श्रद्धा अर्पित की जा सकती है ।

1 टिप्पणी:

Unknown ने कहा…

शिवाजी के प्रति लोगों के मन में जो आदर और श्रद्धा है वह तो है. जब मूर्ति नहीं थी तब भी यह आदर और श्रद्धा थी. मूर्ति बनाकर हम और क्या हासिल कर लेंगे. महा सरकार को चाहिए कि शिवाजी के आदर्श अपने प्रशासन में अपनाएँ. अगर शिवाजी आज होते तब वह इस मूर्ति बनाने का विरोध करते. एज ही कारण नजर आता है इस का. २०० करोर का बजट है. काफ़ी मॉल आएगा नेताओं की जेब में.