लाख दावों के बावजूद महंगाई कम होने का नाम नही ले रही है सरकार की विदेश व्यापर निति भी आ गई जिसमें आयातों परकाफी छूट दी गयी व निर्यातों को महंगा बनाया गया । इसके अतिरिक्त रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया की मौद्रिक निति भी आ गई लेकिन इन सारे प्रावधानों के बावजूद भी मुद्रा स्फीति कम होने का नाम नही ले रही है यह पिछले ४-५ साल के सारे रिकार्ड तोड़ चुकी है । सरकार लाख दावे कर रही है लेकिन बावजूद इसके मुद्रास्फीति कम होने का नाम नही ले रही है । इसको लेकर सरकार की चिंता चुनावी हो सकती है लेकिन आम जन की समस्या कुछ इससे बहुत अधिक है । लोगों के किचन का बजट काफी बढ़ गया है सरकार द्वारा दावा करने के बावजूद की अनाज का उत्पादन इस साल आशा से अधिक होगा फ़िर भी दाम घटे नही हैं और उल्टे अनाजों की कालाबाजारी भी जारी है । पिछले दिनों डेल्ही में ३ लाख टन आनाज पकडे गए व खाद्य तेल भी पकड़े गए । यही कालाबाजारी लोगो की जेबे खाली कर रहा है ।
4 टिप्पणियां:
haan dost vakayi main ye bahut badi samasya hai
magar ham aur tum mil kar kar hi ykya sakte hai
shivay blog likhne ke
shiv
सही है लिखते रहें।
mahgayi ek global samasya hai abhi.tel ke daam abhi bahut badh gaya hai.Aur hum sabhi jante hai ki hum aapni khapat ka kewal 25 percent hi yahi produce kar pate hai.Dsura.Reserve Bank ne jo maudrik neeti aapnayi hai uska aasar abhi aane wale 2-3 mahino main dikhega.mahgayi ke liye kaun jimedad hai yah pata laga bahut mushkil hai.
kuch nahi ho sakta sivay grebon k aur greb hone k har taraf se mar hai becharon ka bade logo ka kya wo to maje me hi rahenge
एक टिप्पणी भेजें