मुसीबतें भी अलग अलग आकार की होती है
1 वर्ष पहले
जब आपकी पार्टी में कोई नेता होता है तो आप उसकी इज्जत करते हैं और वह भी आपकी इज्जत करता है लेकिन यदि आप उसकी इज्जत लेने पर उतारू हो तो फ़िर क्या होगा । वह भी ऐसे समय में जब चुनाव हो उस समय आपकी एक एक हरकत मिडिया के सामने होती है और आप गलती कर बैठती है तो फ़िर आपको भोगना तो पड़ेगा ही न । जरा बताइए इस समय उमा भारती पर क्या बीत रही होगी जब पार्टी का एक नेता उनके द्वारा अपमान किए जाने पर पार्टी छोरकर चला जाता है तो आपकी जगहसाई होगी न । तो फ़िर क्यों करते हैं ऐसा । इस समय यदि आपके पार्टी की अन्दर की बातों को यदि वह लीक कर दे तो नुक्सान किसका होगा बताइए । आप सीएम बनाना चाहती हैं वह तो फिलहाल नही चाहता । तो सिर्फ़ अपनी ही इज्जत मत कीजिये दूसरों की भी इज्जत किया कीजिये ।
लगातार बम्बिस्फोतों से देश के कई शहर जल रहें है जयपुर अहमदाबाद डेल्ही क्या बात करें पूरा देश ही जल जाएगा क्यों नहीं यह रफ्त्तार कम हो रही है या रूक रही है ,इन सब का असर तो आमजनता पर ही पड़ता है । नेताओं का क्या है वो तो एसी के अंदर ही बंद रहते है मरे भी तो जनता जो भी हो जनता का हो । आज भास्कर में छपी रिपोर्ट के अनुसार गृहमंत्री शिवराज पाटिल ने तीन बार मिडिया से बात करने के दौरान ड्रेस बदली मतलब जनता मरे कोई बात नही हमें तो मंत्री होने का परिचय देना है । जरा कोई पूछे उनसे की उन्हें किसी फैशन परेड में जाना था क्या यदि वहीँ जाना था तो फ़िर दिखावटी तौर पर अस्पताल क्यों गए । हर विस्फोट के बाद वे एक ही तरह का बयान देते है लेकिन आज तक पहले के सभी मामलों की जांच की दिशा में कोई ख़ास प्रगति नहीं हो पायी है आज देश के पास आतंकवाद से लड़ने का कोई हथियार नहीं है एक जो पोटा था उसे भी ख़त्म कर दिया गया तो बताइए अब क्या होगा। |